महावीर मन्दिर में रुद्राभिषेक के लिए विशिष्ट व्यवस्था की गयी है। यहाँ यजमान निर्धारित शुल्क जमा कर निश्चित तिथि को निश्चित समय पंजीकृत करा लेते हैं। उस समय पर यजमान खाली हाथ आते हैं और शास्तरीय विधि से रुद्राभिषेक कराते हैं। सारी सामग्री तथा पुरोहित की व्यवस्था महावीर मन्दिर के द्वारा की जाती है। पुरोहित को दक्षिणा मन्दिर कार्यालय से मिलती है। अतः यजमान के द्वारा पुरोहित को कुछ भी देने की आवश्यकता नहीं होती। इस विशिष्ट व्यवस्था के कारण यहाँ रुद्राभिषेक कराने वाले यजमान पर्याप्त सुविधा का अनुभव करते हैं और महावीर मन्दिर के प्रति असीम आस्था होने के कारण महाशिवरात्रि, नागपंचमी, श्रावण मास में विशेष रुप से श्रावण की सोमवारी को रुद्राभिषेक कराने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बढ गयी है। वर्तमान में महावीर मन्दिर में तीन स्थानों पर अधिक से अधिक 45 रुद्राभिषेक एक दिन में हो सकते हैं। अतः इससे अधिक यजमानों को स्थान नहीं मिल पाने के कारण इन्हें खिन्न होकर लौटना पडता था। इसे देखते हुए महावीर मन्दिर के पण्डितों के द्वारा सामूहिक रुद्राभिषेक की विशेष व्यवस्था की गयी है।
इसमें एक साथ अनेक यजमान अलग अलग बैठकर पूजा करेंगे। प्रत्येक यजमान के सामने अलग-अलग अभिषेक की पूरी व्यवस्था रहेगी। एक पण्डित पूजा करायेंगे तथा एक अन्य सहयोगी यजमानों की सहायता के लिए उपस्थित रहेंगे। अन्य रुद्राभिषेक की तरह सामग्री की पूरी व्यवस्था मन्दिर की ओर से रहेगी। पूजा स्थल- मन्दिर के तृतीय तल पर उत्तरी मण्डप में शुल्क- 1001 रुपये पूजा की अवधि- 2 घंटे 11 व्यक्तियोंके समूह में 5 चक्र में प्रतिदिन। इस प्रकार एक दिन में 55 व्यक्ति रुद्राभिषेक कर सकते हैं। श्रावण मास के लिए इस रुद्राभिषेक की बुकिंग जारी है। मन्दिर कार्यालय में सम्पर्क कर सकते हैं।