Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank
यहाँ भगवान् जगन्नाथ की पौराणिक कथा का संक्षिप्त उल्लेख कर लेखिका ने इसके माहात्म्य का वर्णन किया है। इसकी प्रमुख कथा स्कन्द पुराण के वैष्णव खण्ड में है किन्तु ब्रह्म पुराण में भी भगवान् जगन्नाथ की कथा आयी है। कथा का स्वरूप समान है, किन्तु ब्रह्मपुराण में स्तुतियाँ मार्मिक हैं। संक्षिप्त होने के कारण अधिक सुगठित है। लेखिका ने इसी ब्रह्मपुराणीय कथा को यहाँ मुख्य आधार बनाया है।
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