धर्मायण- शतांक तक की गौरवमयी यात्रा

“धर्मायण” के 100वें अंक का सम्पादकीय महावीर मन्दिर की धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की मासिक पत्रिका “धर्मायण” का 100वाँ अंक सुधी पाठकों के कर-कमलों में समर्पित करते हुए अपार हर्ष की अनुभूति हो रही है। अभी तक सुधी पाठक इस पत्रिका में निहित विचारों से लाभान्वित होते रहे हैं। हम यह विश्वास दिलाना चाहेंगे कि आगे भी अपने सिद्धान्तों का अनुसरण करती हुई यह पत्रिका केवल धनात्मक विचारों से ओतप्रोत रहती हुई समाज को धनात्मकता की ओर प्रेरित करती हुई इस विराट् कार्य में अपना योगदान करती रहेगी और सुधी पाठकगण इसे पसंद करते रहेंगे। ‘धर्मायण’ पत्रिका का प्रवेशांक … Continue reading धर्मायण- शतांक तक की गौरवमयी यात्रा