धर्मायण

Top Menu

  • धर्मायण पत्रिका
    • पुस्तक प्रकाशन
    • शोध आलेख
      • लेखकों के लिए तकनीकी सहायता
      • शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति
    • मीडिया
  • हमारे रचनाकार
    • Dr. Shashinath Jha
    • डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू
    • Dr. Mamata mishra
    • Arun Kumar Upadhyay
    • Dr. Dhirendra Jha
    • Dr. Kashinath Mishra
    • Dr. Sushant Kumar
    • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya
    • Dr. Shriranjan Suridev
    • Dr. S.N.P. Sinha
    • Dr. Jitendra Kumar Singh Sanjay
    • Dr. Kashinath Mishra
    • हमारे रचनाकार
  • अंक 81-90
    • Dharmayan vol. 81
    • Dharmayan vol. 82
    • Dharmayan vol. 83
    • Dharmayan vol. 84
    • Dharmayan vol. 85
    • Dharmayan vol. 86
    • Dharmayan vol. 87
    • Dharmayan vol. 88
    • Dharmayan vol. 89
    • Dharmayan vol. 90
  • अंक 91-100
    • dharmayan vol.100 Surya-Upasana Ank
    • Dharmayan vol. 99 Valmiki Ramayana Ank
    • Dharmayan vol. 98 Krishna-bhakti Ank
    • Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank
    • Dharmayan vol. 96
    • Dharmayan vol. 95 Ganga Ank
    • Dharmayan, vol. 93
    • Dharmayan, vol. 94
    • Dharmayan vol. 92
    • Dharmayan vol. 91
  • अंक 101-110
    • Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank
    • Dharmayan vol. 109 Brahma Ank
    • Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank
    • Dharmayan vol. 107 Jala-vimarsha-Ank
    • Dharmayan vol. 106 Shakti-vimarsha Ank
    • Dharmayan vol. 105 Ramanavami Ank
    • Dharmayan vol. 104 Sant Ravidas Ank
    • Dharmayan vol. 103 Ramanandacharya Ank
    • Dharmayan vol. 102 Khara-masa Ank
    • Dharmayan vol. 101 Vaishnava-upasana Ank
  • अंक 111- 120
    • धर्मायण, अंक संख्या 120, चातुर्मास्य-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 119, व्रत-विधि-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 118, वैशाख-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 117, भरत-चरित विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 116 शिव-तत्त्व अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 115, सरस्वती-अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 113, हनुमान अंक, 2
    • धर्मायण, अंक संख्या 112, कार्तिक 2078 वि.सं., हनुमद्-विशेषांक, भाग 1
    • धर्मायण, अंक संख्या 111, आश्विन मास का अंक
  • अंक 121-130
    • धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 125, अगहन मास अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 123, ब्राह्म-मुहूर्त अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 122, कुश-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 121, रक्षाबंधन-विशेषांक
  • वेद-पाठ
  • सम्पर्क

Main Menu

  • धर्मायण पत्रिका
    • पुस्तक प्रकाशन
    • शोध आलेख
      • लेखकों के लिए तकनीकी सहायता
      • शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति
    • मीडिया
  • हमारे रचनाकार
    • Dr. Shashinath Jha
    • डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू
    • Dr. Mamata mishra
    • Arun Kumar Upadhyay
    • Dr. Dhirendra Jha
    • Dr. Kashinath Mishra
    • Dr. Sushant Kumar
    • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya
    • Dr. Shriranjan Suridev
    • Dr. S.N.P. Sinha
    • Dr. Jitendra Kumar Singh Sanjay
    • Dr. Kashinath Mishra
    • हमारे रचनाकार
  • अंक 81-90
    • Dharmayan vol. 81
    • Dharmayan vol. 82
    • Dharmayan vol. 83
    • Dharmayan vol. 84
    • Dharmayan vol. 85
    • Dharmayan vol. 86
    • Dharmayan vol. 87
    • Dharmayan vol. 88
    • Dharmayan vol. 89
    • Dharmayan vol. 90
  • अंक 91-100
    • dharmayan vol.100 Surya-Upasana Ank
    • Dharmayan vol. 99 Valmiki Ramayana Ank
    • Dharmayan vol. 98 Krishna-bhakti Ank
    • Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank
    • Dharmayan vol. 96
    • Dharmayan vol. 95 Ganga Ank
    • Dharmayan, vol. 93
    • Dharmayan, vol. 94
    • Dharmayan vol. 92
    • Dharmayan vol. 91
  • अंक 101-110
    • Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank
    • Dharmayan vol. 109 Brahma Ank
    • Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank
    • Dharmayan vol. 107 Jala-vimarsha-Ank
    • Dharmayan vol. 106 Shakti-vimarsha Ank
    • Dharmayan vol. 105 Ramanavami Ank
    • Dharmayan vol. 104 Sant Ravidas Ank
    • Dharmayan vol. 103 Ramanandacharya Ank
    • Dharmayan vol. 102 Khara-masa Ank
    • Dharmayan vol. 101 Vaishnava-upasana Ank
  • अंक 111- 120
    • धर्मायण, अंक संख्या 120, चातुर्मास्य-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 119, व्रत-विधि-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 118, वैशाख-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 117, भरत-चरित विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 116 शिव-तत्त्व अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 115, सरस्वती-अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 113, हनुमान अंक, 2
    • धर्मायण, अंक संख्या 112, कार्तिक 2078 वि.सं., हनुमद्-विशेषांक, भाग 1
    • धर्मायण, अंक संख्या 111, आश्विन मास का अंक
  • अंक 121-130
    • धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 125, अगहन मास अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 123, ब्राह्म-मुहूर्त अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 122, कुश-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 121, रक्षाबंधन-विशेषांक
  • वेद-पाठ
  • सम्पर्क
  • धर्मायण पत्रिका
    • पुस्तक प्रकाशन
    • शोध आलेख
      • लेखकों के लिए तकनीकी सहायता
      • शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति
    • मीडिया
  • हमारे रचनाकार
    • Dr. Shashinath Jha
    • डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू
    • Dr. Mamata mishra
    • Arun Kumar Upadhyay
    • Dr. Dhirendra Jha
    • Dr. Kashinath Mishra
    • Dr. Sushant Kumar
    • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya
    • Dr. Shriranjan Suridev
    • Dr. S.N.P. Sinha
    • Dr. Jitendra Kumar Singh Sanjay
    • Dr. Kashinath Mishra
    • हमारे रचनाकार
  • अंक 81-90
    • Dharmayan vol. 81
    • Dharmayan vol. 82
    • Dharmayan vol. 83
    • Dharmayan vol. 84
    • Dharmayan vol. 85
    • Dharmayan vol. 86
    • Dharmayan vol. 87
    • Dharmayan vol. 88
    • Dharmayan vol. 89
    • Dharmayan vol. 90
  • अंक 91-100
    • dharmayan vol.100 Surya-Upasana Ank
    • Dharmayan vol. 99 Valmiki Ramayana Ank
    • Dharmayan vol. 98 Krishna-bhakti Ank
    • Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank
    • Dharmayan vol. 96
    • Dharmayan vol. 95 Ganga Ank
    • Dharmayan, vol. 93
    • Dharmayan, vol. 94
    • Dharmayan vol. 92
    • Dharmayan vol. 91
  • अंक 101-110
    • Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank
    • Dharmayan vol. 109 Brahma Ank
    • Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank
    • Dharmayan vol. 107 Jala-vimarsha-Ank
    • Dharmayan vol. 106 Shakti-vimarsha Ank
    • Dharmayan vol. 105 Ramanavami Ank
    • Dharmayan vol. 104 Sant Ravidas Ank
    • Dharmayan vol. 103 Ramanandacharya Ank
    • Dharmayan vol. 102 Khara-masa Ank
    • Dharmayan vol. 101 Vaishnava-upasana Ank
  • अंक 111- 120
    • धर्मायण, अंक संख्या 120, चातुर्मास्य-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 119, व्रत-विधि-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 118, वैशाख-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 117, भरत-चरित विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 116 शिव-तत्त्व अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 115, सरस्वती-अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 113, हनुमान अंक, 2
    • धर्मायण, अंक संख्या 112, कार्तिक 2078 वि.सं., हनुमद्-विशेषांक, भाग 1
    • धर्मायण, अंक संख्या 111, आश्विन मास का अंक
  • अंक 121-130
    • धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 125, अगहन मास अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 123, ब्राह्म-मुहूर्त अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 122, कुश-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 121, रक्षाबंधन-विशेषांक
  • वेद-पाठ
  • सम्पर्क

logo

Header Banner

धर्मायण

  • धर्मायण पत्रिका
    • पुस्तक प्रकाशन
    • शोध आलेख
      • लेखकों के लिए तकनीकी सहायता
      • शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति
    • मीडिया
  • हमारे रचनाकार
    • पुस्तक समीक्षा- ‘भारतीय संकृति और गकार के प्रतीक।’

      पुस्तक समीक्षा- ‘भारतीय संस्कृति और गकार के प्रतीक।’ लेखक- डा. बिन्देश्वरी प्रसाद ...

      November 17, 2022
      0
    • Dharmayana Article Index

      धर्मायण के सभी अंकों में प्रकाशित आलेखों की सूची- खोज करें

      June 29, 2022
      0
    • पं. वंशदेव मिश्र

      धर्मायण के पूर्व संपादक पं. वंशदेव मिश्र का संक्षिप्त परिचय

      February 21, 2022
      0
    • Dr. Nagendra Kumar Sharma

      डा. नागेन्द्र कुमार शर्मा

      October 20, 2021
      1
    • डा. रामकिशोर झा विभाकर

      डॉ० रामकिशोर झा ‘विभाकर’

      October 13, 2021
      1
    • Mahesh Prasad Pathak

      श्री महेश प्रसाद पाठक

      October 2, 2021
      1
    • डा. सुन्दरनारायण झा

      डा. सुन्दरनारायण झा

      September 21, 2021
      1
    • डा. विजय विनीत

      डॉ० विजय विनीत

      September 21, 2021
      2
    • प. शम्भुनाथ शास्त्री वेदान्ती

      शत्रुघ्नश्रीनिवासाचार्य पंडित शम्भुनाथ शास्त्री ‘वेदान्ती’

      September 21, 2021
      2
    • Dr. Shashinath Jha
    • डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू
    • Dr. Mamata mishra
    • Arun Kumar Upadhyay
    • Dr. Dhirendra Jha
    • Dr. Kashinath Mishra
    • Dr. Sushant Kumar
    • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya
    • Dr. Shriranjan Suridev
    • Dr. S.N.P. Sinha
    • Dr. Jitendra Kumar Singh Sanjay
    • Dr. Kashinath Mishra
    • हमारे रचनाकार
  • अंक 81-90
    • Dharmayan vol.88 cover

      Dharmayan vol. 88

      January 2, 2021
      0
    • Dharmayan vol. 89 cover

      Dharmayan vol. 89

      January 2, 2021
      1
    • धर्मायण अंक संख्या 85, माघ-चैत्र 2071 वि.सं., जनवरी-मार्च 2015 ई.

      Dharmayan vol. 85

      May 10, 2020
      1
    • Dharmayan vol. 84

      Dharmayan vol. 84

      May 10, 2020
      0
    • धर्मायण अंक संख्या 83

      Dharmayan vol. 83

      May 10, 2020
      0
    • “धर्मायण” की अंक संख्या 82

      Dharmayan vol. 82

      May 10, 2020
      1
    • Dharmayan vol. 81

      May 10, 2020
      0
    • Dharmayan vol. 87

      May 9, 2020
      1
    • Dharmayan vol. 81
    • Dharmayan vol. 82
    • Dharmayan vol. 83
    • Dharmayan vol. 84
    • Dharmayan vol. 85
    • Dharmayan vol. 86
    • Dharmayan vol. 87
    • Dharmayan vol. 88
    • Dharmayan vol. 89
    • Dharmayan vol. 90
  • अंक 91-100
    • धर्मायण अंक संख्या 100 का मुखपृष्ठ

      dharmayan vol.100 Surya-Upasana Ank

      October 30, 2020
      4
    • धर्मायण अंक 97

      Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank

      July 5, 2020
      6
    • Dharmayan vol. 96

      June 12, 2020
      0
    • आवरण धर्मायण, अंक 95

      Dharmayan vol. 95 Ganga Ank

      May 7, 2020
      2
    • धर्मायण अंक संख्या 94, वैशाख 2077 वि.सं.

      Dharmayan, vol. 94

      April 20, 2020
      2
    • dharmayan vol.100 Surya-Upasana Ank
    • Dharmayan vol. 99 Valmiki Ramayana Ank
    • Dharmayan vol. 98 Krishna-bhakti Ank
    • Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank
    • Dharmayan vol. 96
    • Dharmayan vol. 95 Ganga Ank
    • Dharmayan, vol. 93
    • Dharmayan, vol. 94
    • Dharmayan vol. 92
    • Dharmayan vol. 91
  • अंक 101-110
    • Dharmayan, vol. 110 Saptarshi Ank

      धर्मायण अंक संख्या 110, सप्तर्षि अंक

      August 22, 2021
      1
    • Dharmayan, vol. 110 Saptarshi Ank

      धर्मायण अंक संख्या 110, सप्तर्षि विशेषांक

      August 22, 2021
      1
    • Dharmayan, vol. 110 Saptarshi Ank

      Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank

      August 16, 2021
      1
    • pdf free book

      धर्मायण अंक संख्या 109 पी.डी.एफ

      July 24, 2021
      1
    • फ्लिक बुक पढें

      धर्मायण अंक 109 फ्लिप बुक

      July 24, 2021
      1
    • Dharmayan vol. 109 Brahma Ank

      Dharmayan vol. 109 Brahma Ank

      July 20, 2021
      2
    • धर्मायण का जगन्नाथ विशेषांक

      Dharmayan Jagannath Ank download pdf

      July 5, 2021
      1
    • धर्मायण का जगन्नाथ विशेषांक

      Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank

      July 5, 2021
      0
    • Dharmayan vol. 107 Jala-vimarsha-Ank

      May 18, 2021
      1
    • Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank
    • Dharmayan vol. 109 Brahma Ank
    • Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank
    • Dharmayan vol. 107 Jala-vimarsha-Ank
    • Dharmayan vol. 106 Shakti-vimarsha Ank
    • Dharmayan vol. 105 Ramanavami Ank
    • Dharmayan vol. 104 Sant Ravidas Ank
    • Dharmayan vol. 103 Ramanandacharya Ank
    • Dharmayan vol. 102 Khara-masa Ank
    • Dharmayan vol. 101 Vaishnava-upasana Ank
  • अंक 111- 120
    • धर्मायण, अंक संख्या 120, चातुर्मास्य-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 119, व्रत-विधि-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 118, वैशाख-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 117, भरत-चरित विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 116 शिव-तत्त्व अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 115, सरस्वती-अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 113, हनुमान अंक, 2
    • धर्मायण, अंक संख्या 112, कार्तिक 2078 वि.सं., हनुमद्-विशेषांक, भाग 1
    • धर्मायण, अंक संख्या 111, आश्विन मास का अंक
  • अंक 121-130
    • धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 125, अगहन मास अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 123, ब्राह्म-मुहूर्त अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 122, कुश-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 121, रक्षाबंधन-विशेषांक
  • वेद-पाठ
  • सम्पर्क
  • धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक

  • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक

  • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक

  • धर्मायण के सभी विशेषांक

  • धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक

शोध आलेख
Home›शोध आलेख›शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति

शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति

By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
March 6, 2021
1117
0
Share:
Research article

शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति

ध्यातव्य है कि आलेख में अधीत पुस्तक-सूची, सन्दर्भ-सूची दे देना पर्याप्त नहीं होता है।

आलेख के लिए आवश्यक है कि मूल आलेख में Superscript में संख्या देकर Footnote नियमानुसार लिखा जाना चहिए। सन्दर्भ रहने पर ही आलेख विश्वसनीय होता है। हमारे पुराने लेखक जहाँ पर उद्धरण देते हैं, वहीं पर सन्दर्भ भी लिख देते हैं। कतिपय परिस्थितियों में वह सन्दर्भ अधूरा होता है। यदि हम मूल आलेख के बीच में साथ-साथ उचित सन्दर्भ का प्रयोग करेंगे, तो वह पाठकों के लिए वे अवरोध उत्पन्न करते है। अतः सन्दर्भ या तो प्रत्येक पृष्ठ पर नीचे दिया जाना चाहिए या आलेख के अन्त में। प्रत्येक पृष्ठ पर जो सन्दर्भ दिया जाता है, उसे पाद-टिप्पणी (Footnote) कहते हैं, किन्तु जो आलेख के अन्त में एक ही जगह दिया जाता है, उसे अन्त-टिप्पणी (End note) कहते हैं। दोनों में से कोई एक का होना आवश्यक है, अन्यथा उसे हम शोध-आलेख नहीं कहेंगे। उस आलेख की कोई विश्वसनीयता नहीं होती है।

कम्प्यूटर पर सन्दर्भ जोड़ने के लिए सहायता

यदि आप कम्प्यूटर पर टाइप करते हैं तो Footnote के लिए Microsoft Word पर काफी सुविधा हो जाती है। इस पर व्यवस्था है कि आप आसानी से Footnote लिख सकते हैं। इसके लिए आपको References वाले tab में जाना होगा। आलेख में जहाँ Footnote डालना है, वहाँ cursor रख कर Insert Footnote पर क्लिक करेंगे, तो पृष्ठ के नीचे में संख्या के साथ लिखने के लिए cursor चला जायेगा। वहाँ पर आपको जो Footnote लिखना हो, उसे लिख सकते हैं। बाद में Footnote को End note में भी बदल सकते हैं। इससे सुविधा होगी कि यदि बीच में फिर कुछ Footnote जोड़ना होगा, तो संख्या बदल जाने की चिन्ता आपको नहीं करनी होगी। कम्प्यूटर खुद आगे की संख्या परिवर्तित कर लेगा।

सन्दर्भ का आदर्श रूप

  1. किसी आलेख का सन्दर्भ देते समय
    1. लेखक का नाम- उपाधि पहले रखें। जैसे- चतुर्वेदी, सीताराम
    2. आलेख प्रकाशन का वर्ष,
    3. आलेख का शीर्षक,
    4. आलेख जिस संकलन अथवा पत्रिका में प्रकाशित है, उसका नाम, (वोल्ड में)
    5. पत्रिका की अंक संख्या
    6. पत्रिका प्रकाशक का नाम,
    7. पत्रिका प्रकाशन का स्थान
    8. संगत पृष्ठ संख्या

उदाहरण- 1. शंभू कुमार (डा.), 2013ई., प्राच्य-विद्या के विकास में महाराजाधिराज डा. कामेश्वर सिंह का योगदान, शास्त्रार्थ (शोधपत्रिका), Vol. XVI, अंक- 8, मिथिला शोध संस्थान, दरभंगा, पृ. 190-94.

  1. पुस्तक से सन्दर्भ देने की स्थिति में
    1. पुस्तक के लेखक का नाम
    2. पुस्तक प्रकाशन का वर्ष
    3. पुस्तक का नाम, (वोल्ड में)
    4. पुस्तक के प्रकाशन का स्थान
    5. पुस्तक का प्रकाशक का नाम
    6. संगत पृष्ठ संख्या

उदाहरण : 1. झा, शशिनाथ (डा.), 2009, निबन्धमंदारमञ्जरी, दीप (मधुबनी), तीर्थनाथ पुस्तकालय, पृ.147-158.

  1. भारतीय आर्ष-ग्रन्थ का सन्दर्भ
    1. ग्रन्थ का नाम (वोल्ड में)
    2. ग्रन्थ के अवान्तर विभाजन की संख्या
    3. अवान्तर विभाजन में श्लोक अथवा सूत्र संख्या
    4. सम्पादक का नाम
    5. प्रकाशन वर्ष
    6. प्रकाशन का स्थान
    7. प्रकाशक/मुद्रक का नाम
    8. संगत पृष्ठ संख्या

उदाहरण : 1. अगस्त्य-संहिता, 5.44- अहिंसा परमो धर्मः। पं. भवनाथ झा(सम्पादक), 2009ई. पटना, महावीर मन्दिर प्रकाशन, पृ. 27.

  1. पाण्डुलिपि से सन्दर्भ
    1. ग्रन्थ का नाम
    2. रचयिता का नाम
    3. जहाँ पाण्डुलिपि संरक्षित है, उस संस्थान का नाम एवं पता अथवा जिस वेबसाइट पर वह पाण्डुलिपि है, उसका और वह तिथि जिस दिन आपने उसे देखा।
    4. पाण्डुलिपि संख्या अथवा पुस्तकालय की परिग्रहण संख्या
    5. संगत पत्र संख्या
    6. संगत पृष्ठ संख्या
    7. संगत पंक्ति संख्या

उदाहरण- जगज्जीवनचरित, चतुर्भुज दास, http://indianmanuscripts.com/, Sanchipt Ramayan, MRE0298, पत्र-संख्या-f.1R, पंक्ति संख्या- 2-4- “गलतायां बभूवैको वैष्णवोतीव भक्तिमान्।”

(टिप्पणी. पाण्डुलिपि में एक पत्र में दो पृष्ठ होते हैं। संख्या दूसरे पृष्ठ पर लिखी जाती है। एक पत्र के प्रथम पृष्ठ को Recto कहते हैं तथा उसे उलटने पर पीछे के पृष्ठ को Verso कहते हैं। दोनों को Folio कहते हैं, जिसकी संख्या लिखी होती है। इसे पत्र संख्या देकर (क) एवं (ख) भी लिख सकते हैं।

  1. वेबसाइट का सन्दर्भ
    1. वेबसाइट का URL
    2. जिस तिथि को आपने देखा।

उदाहरण 1. https://brahmipublication.com/rama-ka-rajyabhishek/ (दिनांक 06-03-2021 ई. को देखा गया।)

टिप्पणी- विद्वानों से निवेदन है कि उपर्युक्त तथ्यों में यदि सुधार की अपेक्षा समझते हों तो हमें लिखेंं।

Reader/writer Review
Sending
User Review
5 (2 votes)
0
Reader Rating: (1 Rate)
7.5
TagsResearch Article
Previous Article

प्रो. (डा.) जंग बहादुर पाण्डेय

Next Article

महाशिवरात्रि महत्व एवं शिव महिमा

0
Shares
  • 0
  • +
  • 0
  • 0
  • 0
  • 0

सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना

सम्पादक, धर्मायण पत्रिका

Related articles More from author

  • Research articles in Dharmayan vol.108
    शोध आलेख

    1. चतुर्भुज दास कृत जगज्जीवनचरितम् (पाण्डुलिपि से प्रथम बार सम्पादन)- भवनाथ झा

    July 6, 2021
    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
  • आलेख-धर्मायण-अंक-109
    शोध आलेख

    3. सृष्टि के निर्माता ब्रह्मा- डॉ. ललित मोहन जोशी

    July 24, 2021
    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
  • शोधालेख धर्मायण अंक संख्या 106
    शोध आलेख

    परशुराम के द्वारा सहस्रार्जुन का वध- लल्लू लाल कृत ‘प्रेम सागरʼ से उद्धृत

    April 28, 2021
    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
  • शोधालेख धर्मायण अंक संख्या 106
    शोध आलेख

    श्रीराम का पट्टाभिषेक (उत्तर भारतीय कर्मकाण्ड की दृष्टि से विवेचन)- पं. मार्कण्डेय शारदेय

    April 28, 2021
    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
  • आलेख-धर्मायण-अंक-109
    शोध आलेख

    11. झारखण्ड के जगन्नाथ स्वामी – श्री विजयदेव झा

    July 24, 2021
    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
  • Research articles in Dharmayan vol.108
    शोध आलेख

    9. पालगंज का जगन्नाथ मन्दिर- श्री रामकिंकर उपाध्याय

    July 6, 2021
    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना

Leave a reply Cancel reply

0

  • Research articles in Dharmayan vol.108
    शोध आलेख

    13. श्रीपरशुरामकथामृत का आलोचनात्मक विश्लेषण- डॉ. जंग बहादुर पाण्डेय

  • Makar Sankranti Greetings
    धर्मायण पत्रिका

    मकर संक्रान्ति, 2021 ई.

  • Ravi Sangam
    शोध आलेख

    दक्षिण बिहार के कुछ प्रसिद्ध विष्णु मंदिर-श्री रवि संगम

  • Recent

  • Popular

  • Comments

  • धर्माय़ण अंक संख्या 129

    धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    March 11, 2023
  • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    February 5, 2023
  • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    December 23, 2022
  • धर्मायण के सभी विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    December 23, 2022
  • Dharmayan cover 126

    धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    December 9, 2022
  • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya

    By admin
    May 22, 2020
  • श्री राजीन नन्दन मिश्र नन्हें

    श्री राजीव नन्दन मिश्र ‘नन्हें’

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    April 27, 2021
  • Dr. Mamata Misgra Dash

    Dr. Mamata mishra

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    February 23, 2021
  • डा. लक्ष्मीकान्त विमल

    Dr. Lakshmikant Vimal

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    April 1, 2021
  • अरुण कुमार उपाध्याय

    Arun Kumar Upadhyay

    By admin
    May 7, 2020
  • is generic cialis available
    on
    December 11, 2022

    कबीर दास के गुरु कौन थे?

    Pretty! This has been ...
  • rocket league car hitboxes
    on
    October 25, 2022

    व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई

    Hello! I'm at work ...
  • generic cialis no prescription
    on
    October 14, 2022

    व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई

    We are a group ...
  • Aman Rai
    on
    July 3, 2022

    महावीर मन्दिर प्रकाशन

    Mandir ke book store ...
  • सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    on
    March 21, 2022

    महावीर मन्दिर प्रकाशन

    सत्यनारायणपूजाप्रकाश की डिजिटल कापी ...

धर्मायण के पुराने अंक

  • धर्मायण पत्रिका
    • पुस्तक प्रकाशन
    • शोध आलेख
      • लेखकों के लिए तकनीकी सहायता
      • शोधपरक लेखों में संदर्भ (Reference) देने की पद्धति
    • मीडिया
  • हमारे रचनाकार
    • Dr. Shashinath Jha
    • डॉ. श्रीकृष्ण जुगनू
    • Dr. Mamata mishra
    • Arun Kumar Upadhyay
    • Dr. Dhirendra Jha
    • Dr. Kashinath Mishra
    • Dr. Sushant Kumar
    • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya
    • Dr. Shriranjan Suridev
    • Dr. S.N.P. Sinha
    • Dr. Jitendra Kumar Singh Sanjay
    • Dr. Kashinath Mishra
    • हमारे रचनाकार
  • अंक 81-90
    • Dharmayan vol. 81
    • Dharmayan vol. 82
    • Dharmayan vol. 83
    • Dharmayan vol. 84
    • Dharmayan vol. 85
    • Dharmayan vol. 86
    • Dharmayan vol. 87
    • Dharmayan vol. 88
    • Dharmayan vol. 89
    • Dharmayan vol. 90
  • अंक 91-100
    • dharmayan vol.100 Surya-Upasana Ank
    • Dharmayan vol. 99 Valmiki Ramayana Ank
    • Dharmayan vol. 98 Krishna-bhakti Ank
    • Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank
    • Dharmayan vol. 96
    • Dharmayan vol. 95 Ganga Ank
    • Dharmayan, vol. 93
    • Dharmayan, vol. 94
    • Dharmayan vol. 92
    • Dharmayan vol. 91
  • अंक 101-110
    • Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank
    • Dharmayan vol. 109 Brahma Ank
    • Dharmayan vol. 108 Bhagawan Jagannath Ank
    • Dharmayan vol. 107 Jala-vimarsha-Ank
    • Dharmayan vol. 106 Shakti-vimarsha Ank
    • Dharmayan vol. 105 Ramanavami Ank
    • Dharmayan vol. 104 Sant Ravidas Ank
    • Dharmayan vol. 103 Ramanandacharya Ank
    • Dharmayan vol. 102 Khara-masa Ank
    • Dharmayan vol. 101 Vaishnava-upasana Ank
  • अंक 111- 120
    • धर्मायण, अंक संख्या 120, चातुर्मास्य-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 119, व्रत-विधि-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 118, वैशाख-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 117, भरत-चरित विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 116 शिव-तत्त्व अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 115, सरस्वती-अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 113, हनुमान अंक, 2
    • धर्मायण, अंक संख्या 112, कार्तिक 2078 वि.सं., हनुमद्-विशेषांक, भाग 1
    • धर्मायण, अंक संख्या 111, आश्विन मास का अंक
  • अंक 121-130
    • धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 125, अगहन मास अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 123, ब्राह्म-मुहूर्त अंक
    • धर्मायण, अंक संख्या 122, कुश-विशेषांक
    • धर्मायण, अंक संख्या 121, रक्षाबंधन-विशेषांक
  • वेद-पाठ
  • सम्पर्क

नवीनतम लेखों के लिए सदस्यता लें

Loading

मासिक आलेख

कापीराइट



इस वेबसाइट के सर्वाधिकार सुरक्षित हैं। शैक्षणिक उद्देश्य से सन्दर्भ सहित उद्धरण के अतिरिक्त महावीर मन्दिर, पटना की लिखित अनुमति के विना इसके किसी भी अंश की फोटोकॉपी एवं रिकार्डिंग सहित इलेक्ट्रॉनिक अथवा मशीनी, किसी भी माध्यम से अथवा ज्ञान के संग्रहण एवं पुनः प्रयोग की प्रणाली द्वारा, किसी भी रूप में पुनरुत्पादित अथवा संचारित-प्रसारित नहीं किया जा सकता है।

संपर्क करें

महावीर मन्दिर
पटना रेलवे स्टेशन के समीप
पिन : 800001
दूरभाष : 09430676240
मोबाइल/व्हाट्सप्प : +91 9334468400
ईमेल : dharmayanhindi@gmail.com

  • Recent

  • Popular

  • Comments

  • धर्माय़ण अंक संख्या 129

    धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    March 11, 2023
  • धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    February 5, 2023
  • धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    December 23, 2022
  • धर्मायण के सभी विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    December 23, 2022
  • Dharmayan cover 126

    धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    December 9, 2022
  • Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya

    By admin
    May 22, 2020
  • श्री राजीन नन्दन मिश्र नन्हें

    श्री राजीव नन्दन मिश्र ‘नन्हें’

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    April 27, 2021
  • Dr. Mamata Misgra Dash

    Dr. Mamata mishra

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    February 23, 2021
  • डा. लक्ष्मीकान्त विमल

    Dr. Lakshmikant Vimal

    By सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    April 1, 2021
  • अरुण कुमार उपाध्याय

    Arun Kumar Upadhyay

    By admin
    May 7, 2020
  • is generic cialis available
    on
    December 11, 2022

    कबीर दास के गुरु कौन थे?

    Pretty! This has been ...
  • rocket league car hitboxes
    on
    October 25, 2022

    व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई

    Hello! I'm at work ...
  • generic cialis no prescription
    on
    October 14, 2022

    व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई

    We are a group ...
  • Aman Rai
    on
    July 3, 2022

    महावीर मन्दिर प्रकाशन

    Mandir ke book store ...
  • सम्पादक-धर्मायण पत्रिका-महावीर मन्दिर, पटना
    on
    March 21, 2022

    महावीर मन्दिर प्रकाशन

    सत्यनारायणपूजाप्रकाश की डिजिटल कापी ...

चित्र दीर्घा

धर्मायण अंक संख्या 104 आवरण
धर्मायण अंक 103 आवरण चित्र
विश्वस्य वृत्तान्तः धर्मायण समाचारः
Dharmayan vol. 101

धर्मायण अंक संख्या 100 का मुखपृष्ठ
धर्मायण अंक संख्या 99
धर्मायण अंक संख्या 98
धर्मायण अंक 97

Follow us

  • धर्मायण पत्रिका
  • हमारे रचनाकार
  • अंक 81-90
  • अंक 91-100
  • अंक 101-110
  • अंक 111- 120
  • अंक 121-130
  • वेद-पाठ
  • सम्पर्क
सर्वाधिकार © 2020 श्री महावीर स्थान न्यास समिति द्वारा सभी अधिकार सुरक्षित