Arpitam
अर्पितम्
महावीर मन्दिर के प्रति लोगों की अपार श्रद्धा रहने के कारण यहाँ अधिकांश लोग प्रसाद चढाना चाहते हैं। अतः अधिकांश समय श्रद्दालुओं की पंक्ति लगी रहती है। इस मन्दिर में अन्य मन्दिरों की तरह प्रसाद चढाते समय मन्दिर में पुजारियों के द्वारा थोड़ी मात्रा में भी प्रसाद रखा नहीं जाता है, बल्कि उसे चढाकर पूरा का पूरा लौटा दिया जाता है। इस पारदर्शी व्यवस्था के कारण मन्दिर प्रबन्धन के प्रति श्रद्धालुओं की आस्था बढती जा रही है।
बहुत सारे श्रद्धालुओं ने अपनी समस्या प्रकट की कि जब वे यात्रा पर रहते हैं और महावीर मन्दिर का प्रसाद बाहर ले जाना चाहते हैं अथवा उन्हें समय कम रहता है तो मन्दिर से नैवेद्यम् खरीदकर, पंक्ति में लगकर चढाना सम्भव नहीं हो पाता है, फलतः वे महावीर मन्दिर के प्रसाद से वंचित रह जाते हैं।
उनकी इस असुविधा को ध्यान में रखते हुए महावीर मन्दिर ने अर्पितम् की व्यवस्था की गयी है। मन्दिर में प्रत्येक दिन हनुमानजी के गर्भगृह में विधिवत् भोग लगाकर 200 ग्राम के इस पैकेट को 58 रुपये में मन्दिर से बाहर निकलने के स्थान पर उपलब्ध कराया गया है। इसे मजबूत डब्बा में पैक किया गया है, जिससे कहीं भी बाहर ले जाने में असुविधा नहीं होगी। बिना मन्दिर गये श्रद्धालु बाहर से भी हनुमानजी को प्रणाम कर इस प्रसाद को ले सकते हैं।
नेक कार्य…महावीर मंदिर ट्रस्ट द्वारा…आचार्य किशोर कुणाल चाचा जी को तहे दिल से धन्यवाद..जय हनुमान
बहुत हीं उत्तम कार्य है।
कृपया प्रसाद प्राप्ति के बूकिंग के लिए लिंक उपलब्ध करवाइये।
जय महावीर जी की🙏