Tag: धर्मायण
-
धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
आज इसी मशीन की शैली में रामचरितमानस की दुर्व्याख्याएँ हो रही हैं। उद्देश्य स्पष्ट है- समाज को तोड़ना। जिस रामचरितमानस ने मॉरिशस गये गिरमिटिया मजदूरों को ... -
धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
व्यवहार में भी हम देखते हैं कि कुछ संकेंड के लिए यदि प्राणी को प्राण-वायु मिलना बंद हो जाये तो उसकी मृत्यु हो जाती है। इससे ... -
धर्मायण के सभी विशेषांक
महावीर मन्दिर की पत्रिका धर्मायण का प्रकाशन इस वित्तीय वर्ष में मासिक पत्रिका के रूप में जारी रहा। विगत वित्तीय वर्ष से ही यह मासिक पत्रिका ... -
धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
आगम की कुल छह शाखाओं वैष्णव, गाणपत्य, सौर, शाक्त, शैव एवं आग्नेय में यद्यपि सूर्य से सम्बन्धित सौर शाखा का पृथक् है। इस शाखा से सम्बन्धित ... -
भाई-बहन के अटूट सम्बन्ध का पर्व है भैया दूज
इस प्रकार मगध की सांस्कृतिक, परम्परा में यम-द्वितीया में यह पूजन लोकगीतों तथा लोक कथाओं के रूप में लगभग सर्वत्र कुछ कुछ बदले हुए शब्दों या ... -
धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
मृत्यु के देवता यम हैं। संसार में मृत्यु परिजनों के शाश्वत वियोग का पर्याय है तो निश्चित रूप से इसके देवता के प्रति भी एक भय ... -
धर्मायण, अंक संख्या 122, कुश-विशेषांक
कुश भारतीय संस्कृति का एक अभिन्न अंग है, किन्तु खेद का विषय है किन्तु वर्तमान पीढ़ी इसकी पहचान भी भूलती जा रही है। विशेष रूप से ... -
धर्मायण, अंक संख्या 121, रक्षाबंधन-विशेषांक
श्रावण पूर्णिमा के दिन देश भर में किसी न किसी रूप में श्रावणी पर्व मनाया जाता है। इस दिन दो प्रकार के पर्व होते हैं- (क) ... -
धर्मायण के सभी अंकों में प्रकाशित आलेखों की सूची- खोज करें
धर्मायण के अंक संख्या 1 से 120 तक के सभी आलेखों की सूची दी गयी है। आलेख के सामने लेखक का नाम तथा अंक संख्या भी ... -
धर्मायण, अंक संख्या 120, चातुर्मास्य-विशेषांक
धर्म का प्रधान उद्देश्य मानव जीवन को स्वस्थ एवं प्रसन्न रखते हुए शान्ति की दिशा में ले जाना है। अतः जीवन में धर्म एवं स्वास्थ्य के ...
कबीर दास के गुरु कौन थे?
व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई
व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन