धर्मायण पत्रिका
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धर्मायण, अंक संख्या 131, वनस्पति-उपासना अंक
आज जब विकास के नाम पर, बढ़ती जनसंख्या के कारण बढ़ते आवासीय क्षेत्र के नाम पर वनों को काटकर सड़कें चौड़ी की जातीं हैं, ... -
धर्मायण, अंक संख्या 130, रामलीला अंक
रामलीला रामकथा की रंगमंचीय प्रस्तुति है। यद्यपि वर्तमान काल में इलैक्ट्रॉनिक क्रान्ति के कारण इस परम्परा को बहुत आघात लगा है, पर इसकी जड़ें ... -
धर्मायण, अंक संख्या 129, रामचरितमानस अंक
आज इसी मशीन की शैली में रामचरितमानस की दुर्व्याख्याएँ हो रही हैं। उद्देश्य स्पष्ट है- समाज को तोड़ना। जिस रामचरितमानस ने मॉरिशस गये गिरमिटिया ... -
धर्मायण, अंक संख्या 128, संवत्सर-विशेषांक
अंक 128, फाल्गुन, 2079 वि. सं., 6 फरवरी, से 7 मार्च, 2023ई श्री महावीर स्थान न्यास समिति के लिए वीर बहादुर सिंह, महावीर मन्दिर, ... -
धर्मायण, अंक संख्या 127, वायु-विशेषांक
व्यवहार में भी हम देखते हैं कि कुछ संकेंड के लिए यदि प्राणी को प्राण-वायु मिलना बंद हो जाये तो उसकी मृत्यु हो जाती ... -
धर्मायण के सभी विशेषांक
महावीर मन्दिर की पत्रिका धर्मायण का प्रकाशन इस वित्तीय वर्ष में मासिक पत्रिका के रूप में जारी रहा। विगत वित्तीय वर्ष से ही यह ... -
धर्मायण, अंक संख्या 126, आगम विशेषांक
आगम की कुल छह शाखाओं वैष्णव, गाणपत्य, सौर, शाक्त, शैव एवं आग्नेय में यद्यपि सूर्य से सम्बन्धित सौर शाखा का पृथक् है। इस शाखा ... -
धर्मायण, अंक संख्या 125, अगहन मास अंक
भारतवर्ष की विशेषता है कि यहाँ सभी ऋतुएँ समय से निश्चित अवधि के लिए होती हैं अतः सबका विशिष्ट महत्त्व धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि ... -
भाई-बहन के अटूट सम्बन्ध का पर्व है भैया दूज
इस प्रकार मगध की सांस्कृतिक, परम्परा में यम-द्वितीया में यह पूजन लोकगीतों तथा लोक कथाओं के रूप में लगभग सर्वत्र कुछ कुछ बदले हुए ... -
धर्मायण, अंक संख्या 124, यम विशेषांक
मृत्यु के देवता यम हैं। संसार में मृत्यु परिजनों के शाश्वत वियोग का पर्याय है तो निश्चित रूप से इसके देवता के प्रति भी ...
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
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धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक