Tag: धर्मायण
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Dharmayan vol. 99 Valmiki Ramayana Ank
आज एक सामान्य अवधारणा बन गयी है कि वाल्मीकि-रामायण का मुंबई-संस्करण जो गीता प्रेस से प्रकाशित है, वहीं एक मात्र पाठ है। जबकि सच्चाई है कि ... -
Dharmayan vol. 92
महावीर मन्दिर, पटना (बिहार) द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की हिन्दी पत्रिका “धर्मायण” की अंक संख्या 92 -
Dharmayan vol. 91
महावीर मन्दिर, पटना (बिहार) द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की हिन्दी मासिक पत्रिका “धर्मायण” की अंक संख्या 91 -
Dharmayan vol. 97 Nag-puja Ank
भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी नाग-पूजा की परम्परा रही है। चीन में भी ड्रैगन की पूजा होती है। भारतमें तो प्राचीन काल से ... -
Dharmayan vol. 96
गुरुतत्त्व-विशेषांक, महावीर मन्दिर की पत्रिका धर्मायण की अंक संख्या 96, आषाढ, वि.सं. 2077. प्रधान संम्पादक- आचार्य किशोर कुणाल। सहायक संपादक- पं. भवनाथ झा। -
Dr. Sudarshan Shrinivas Shandilya
डा. सुदर्शन श्रीनिवास शाण्डिल्य संस्कृत विद्या के पारम्परिक विद्वान् एवं अध्यापक हैं। गीता के ज्ञान का गम्भीर उपदेश देने के लिए इनकी ख्याति विशेष रूप से ... -
Shri Vishnu Prabhakar
संस्कृत एवं संगीत दोनों के अध्येता एवं साधक श्री प्रभाकर यशस्वी लेखक हैं। इन्होंने संस्कृत साहित्य में स्थापित मूल्यों को जन-जन में उतारने का प्रयास किया ... -
Dharmayan vol. 86
महावीर मन्दिर, पटना (बिहार) द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की हिन्दी पत्रिका “धर्मायण” की अंक संख्या 86 -
Dharmayan vol. 85
महावीर मन्दिर, पटना (बिहार) द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की हिन्दी पत्रिका “धर्मायण” की अंक संख्या 85 -
Dharmayan vol. 84
महावीर मन्दिर, पटना (बिहार) द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की हिन्दी पत्रिका “धर्मायण” की अंक संख्या 84
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक