उदय शंकर शर्मा


- नाम- उदय शंकर शर्मा (कविजी के नाम से प्रसिद्ध)
- मूलतः मगही साहित्य के उन्नायक गीतकार
- जन्म- 5 नवम्बर, 1954
- पिता- श्री कपिलदेव सिंह
- माता- श्रीमती मूर्ति देवी
- पद- बिहार मगही अकादमी के पूर्व अध्यक्ष
- औपचारिक शिक्षा- जन्तुशास्त्र में स्नातक
प्रकाशित रचनाएँ
- मगही गीता (मगही)
- मगही दुर्गासप्तशती (मगही)
- मगही सत्यनारायणव्रतकथा (मगही)
- सुजनी (मगही)
- भक्त-शिरोमणि शबरी (हिन्दी)
- सिन्दूर (हिन्दी)
- गुजरी के लाल (हिन्दी)
अप्रकाशित
- राम-रहीम (गीता-कुरआन का समभाव संग्रह)
- कन्याभ्रूण-हत्या,
- गीतांजलि का काव्यानुवाद,
- समय-समीक्षा,
- कार्यकर्त्तादेवो भव कविता संग्रह (हिन्दी),
- कविता संग्रह (मगही)
- ‘जाति नहीं गोत्र’ (निबन्ध)।
मुख्य ध्येय
तनाव रहित समाज निर्माण, सामाजिक सद्भाव एवं सौहार्द इनका मुख्य उद्देश्य रहा है। इनका प्रसिद्ध नारा है- धर्म की जय हो, आडम्बर का नाश हो, सम्पूर्ण विश्व एक परिवार।
कबीर दास के गुरु कौन थे?
व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई
व्रत-पर्व, वैशाख, 2078 संवत्, 28 अप्रैल-26 मई, 2021ई
महावीर मन्दिर प्रकाशन
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