अभिनवभरत आचार्य पं० सीताराम चतुर्वेदी
महावीर मन्दिर प्रकाशन का सौभाग्य रहा है कि देश के अप्रतिम विद्वान् आचार्य सीताराम चतुर्वेदी हमारे यहाँ अतिथिदेव के रूप में करीब ढाई वर्ष रहे और हमारे आग्रह पर उन्होंने समग्र वाल्मीकि रामायण का हिन्दी अनुवाद अपने जीवन के अन्तिम दशक (80 से 85 वर्ष की उम्र) में किया वे 88 वर्ष की आयु में दिवंगत हुए। उन्होंने अपने बहुत-सारे ग्रन्थ महावीर मन्दिर प्रकाशन को प्रकाशनार्थ सौंप गये, जिनका प्रकाशन किया गया। महावीर मन्दिर की पत्रिका धर्मायण के प्रकाशन में भी उनका अमूल्य योगदान रहा। आचार्य चतुर्वेदी ऐसे विद्वान् तथा लेखक हुए, जिन्हें सभी लोगों ने पढ़ा। उन्होंने अनेक विधाओं पर रचना की जिनकी सूची का अवलोकन करना भी हमें उनके प्रति श्रद्धावनत कर देता है। उन्होंने भाषा, पत्रकारिता, शिक्षा, रंगमंच, साहित्यालोचन, इतिहास आदि क्षेत्रों में नये-नये प्रयोग कर भारतीय वाङ्मय को पुष्ट किया। यहाँ हम उनका परिचय प्रकाशित कर रहे हैं ताकि अधिक से अधिक लोग उनके बारे में जानें।
जीवन-परिचय
- जन्मतिथि – २७ जनवरी, १९०७
- गोलोकवास – १७ फरवरी, २००५
- जन्मस्थान- छोटी पियरी, वाराणसी
- पिता – पं. भीमसेन वेदपाठी, अध्यक्ष, प्राच्य विद्या एवं पौरोहित्य विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय –
शिक्षा
प्राथमिक शिक्षा मुजफ्फरनगरमें। काशी हिन्दू विश्वविद्यालयसे हिन्दी, संस्कृत, पालि तथा प्रत्न भारतीय इतिहास एवं संस्कृतिमें स्नातकोत्तर उपाधियाँए बी.टी., एल-एल.बी, साहित्याचार्य
भाषाओं का ज्ञान
हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी, उर्दू, फारसी, पालि, प्राकृत तथा अपभ्रंशपर पूर्ण अधिकार होनेके अतिरिक्त अनेकों भारतीय तथा विदेशी भाषाओंपर अधिकार। ब्राह्मी, खरोष्ठी आदि प्राचीन भारतीय लिपियोंपर अधिकार।
शिक्षण-कार्य
- सैंट्रल हिन्दू स्कूल, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (अध्यापक तथा प्राध्यापक), १९३२-१९३८
- आचार्य, भगवानदीन साहित्य विद्यालय, काशी, १९३२-१९३४, १९५२-१९५३
- टीचर्स ट्रेनिंग कौलेज, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (अध्यापक तथा प्राध्यापक), १९३८-१९४६
- संस्थापक अध्यक्ष, अखिल भारतीय पत्रकारिता महाविद्यालय, काशी, १९४२-१९४४
- अध्यक्ष, हिन्दी-संस्कृत-पालि विभाग, भारतीय विद्या भवन, बम्बई, १९४६-१९४८
- प्राचार्य, सतीश चन्द्र कौलेज, बलिया, १९४८-१९४९
- आचार्य, भगवानदीन साहित्य विद्यालय, काशी, १९५२-१९५३
- प्राचार्य, टाउन डिग्री कौलेज, बलिया, १९५७-१९६८
- निदेशक, बिनानी विद्या मन्दिर, कलकत्ता, १९६२-१९६४
सम्पादन
- डॉन (अंग्रेजी) काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, १९२७-१९२८
- रणभेरी, भूमिगत समाचार पत्र, काशी, १९३०-१९३२
- शंखनाद, भूमिगत समाचार पत्र, काशी, १९३०-१९३२
- सनातन धर्म, साप्ताहिक, काशी, १९३३-१९३८
- भारतीय विद्या, बम्बई, १९४७-१९४९
- प्रतिभा, मासिक, बम्बई, १९४८
- संग्राम, साप्ताहिक, बम्बई, १९४९
- वासन्ती, मासिक, काशी, १९५५-१९५९ ।
- संकल्प, मासिक, कलकत्ता, १९६२-१९६३
- धर्मायण, महावीर मन्दिर, पटना की पत्रिका
लेखन
नाटक, जीवन चरित, उपन्यास, कहानी, ललित निबन्ध, चिन्तनपरक लेख, संस्मरण, रेखाचित्र, यात्रा-वर्णन, समीक्षा, मनोविज्ञान, धर्म, दर्शन, कर्मकाण्ड, इतिहास, आलोचना, चम्पू, तन्त्र, योग, राजनीति, नाट्यशास्त्र, शिक्षाशास्त्र, काव्यशास्त्र, भाषाशास्त्र, अनुवाद, सम्पादन आदि अनेक विषयों एवं विधाओं में २१४ ग्रन्थों की सर्जना।
प्रमुख उल्लेखनीय कृतियाँ
मालवीय जीवन-चरित, अभिनव नाट्यशास्त्र, भारतीय और पाश्चात्य रंगमंच, समीक्षाशास्त्र, वाग्विज्ञान, साहित्यानुशासन, तन्त्रविज्ञान और साधना, कालिदास ग्रन्थावली (सटीक), तुलसी ग्रन्थावली (सटीक), सूर ग्रन्थावली (सटीक), वाल्मीकीय रामायण (सटीक)
प्रमुख उल्लेखनीय तथ्य
- हिन्दी रंगमंच के एकमात्र नाट्यकार, नाट्य प्रयोक्ता एवं अभिनेता। ८५ नाटक/ नाटिकाओंका लेखन, अभिनव प्रयोगों के साथ सफल मंचन, अधिकांशमें स्वयं अभिनय करनेके कारण तथा अभिनव नाट्यशास्त्र नामक शास्त्रीय ग्रन्थका प्रणयन करनेके कारण ‘अभिनवभरत’ के विरुद से समलंकृत।
- हिन्दी साहित्य के एकमात्र चम्पू ‘ श्रीराम विजय’ की रचना।
- हिन्दी साहित्य के प्रथम गीति नाट्य ‘गौतम बुद्ध’ की रचना।
- ठेठ टकसाली नागरी के एकमात्र लेखक।
- उदासीन-सम्प्रदाय के साहित्य के परम प्रौढ़ अध्येता एवं लेखक।
- अनेकों अभिनन्दन ग्रन्थों का सम्पादन।
- शताधिक पुस्तकों/ग्रन्थों की भूमिकाएँ।
- सहस्रों समीक्षाएँ, लेख, निबन्ध, संस्मरण, यात्रा-वर्णन, रेखाचित्र, शोध-आलेख 3 आदि सम्पूर्ण अखंड भारतवर्ष के प्रमुख पत्रों/पत्रिकाओं में प्रकाशित।
- तीस से अधिक शोध प्रबन्धों का निर्देश
- स्वाधीनता संग्राम में विपुल योगदान।
घनिष्ठ सम्पर्क
महामना पं. मदनमोहन मालवीय, महात्मा गांधी, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, लाला लाजपत राय, गुरु गोलवलकरजी, रवीन्द्रनाथ टैगोर, मुंशी प्रेमचन्द, कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी, जयशंकर प्रसाद, आगा हश्र कश्मीरी, अरविन्द घोष, पृथ्वीराज कपूर, बाबू शिवप्रसाद गुप्त, लाला भगवानदास, आचार्य हजारीप्रसाद द्विवेदी, आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, आचार्य बलदेव उपाध्याय, महाप्राण निराला, सुमित्रानन्दन पन्त, महादेवी वर्मा, घनश्यामदास बिड़ला, पं. कमलापति त्रिपाठी, चन्द्रशेखर आजाद, सरदार भगत सिंह, यशपाल, प्रकाशवती पाल, लता मंगेशकर, पं. ओंकारनाथ ठाकुर, उस्ताद बड़े गुलाम अली खान, बेगम अख्तर, सिद्धेश्वरी देवी, मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, लालबहादुर शास्त्री, सर्वपल्ली राधाकृष्णन, आचार्य नरेन्द्र देव, चन्द्रशेखर, अटलबिहारी वाजपेयी, विष्णुकान्त शुक्ल, आचार्य रामनाथ सुमन, आचार्य गणेश, स्वामी मोहनदास, डा. हरिवंशराय बच्चन, हरिऔधजी, एल.के. झा, पं. विजयानन्द त्रिपाठी, वैद्यराज पंडित शिवकुमार शास्त्री, श्रीधर शास्त्री, प्रभात शास्त्री, एच.डी. वेलणकर, मुनि जिनविजय जी, रेवाप्रसाद द्विवेदी, राधाविनोद गोस्वामी, गणेशदत्त आचार्य, राहुल सांकृत्यायन, पुरुषोत्तमदास मोदी, कृष्णचन्द्र बेरी, द्वारकादास गुजराती राजा बाबू, डा. राजेन्द्र प्रसाद, राजर्षि पुरुषोत्तमदास टंडन, बाबू श्यामसुन्दरदास, गौरीशंकर हीराचन्द्र ओझा, जगन्नाथदास रत्नाकर, बाबूराव विष्णु पराडकर, सेठ गोविन्ददास, चतुर्वेदी द्वारिकाप्रसाद शर्मा, राखालदास बनर्जी, पं. गोपीनाथ कविराज, पं. परशुराम चतुर्वेदी, पं. श्रीनारायण चतुर्वेदी, आचार्य विनोबा भावे, अज्ञेय, आचार्य किशोरीदास वाजपेयी, विष्णु प्रभाकर, डा. सम्पूर्णानन्द, परिपूर्णानन्द वर्मा, देवकीनन्दन खत्री, डा. कैलाशचन्द्र भाटिया, डा. शिवमंगल सिंह सुमन, पं. विद्यानिवास मिश्र, डा. अम्बाप्रसाद सुमन, कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर के साथ साथ भारत-भरकी समस्त विभूतियों एवं विद्वानोंसे घनिष्ठ सम्पर्क।
सम्मान
- हिन्दी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग-द्वारा साहित्यवाचस्पति, १९७५
- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान-द्वारा हिन्दी गौरव, १९९९
- कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय-द्वारा मानद डी.लिट्., २००३
आचार्य सीताराम चतुर्वेदीजी का रचना संसार
- नाटक
1. बेचारा केशव, 2. वसन्त, 3. मंगल प्रभात, 4. पूर्व कालिदास (रुद्रजी के साथ), 5. उत्तर कालिदास या विक्रमादित्य, 6. अलका, 7. अजन्ता, 8. सिद्धार्थ, 9. शबरी, 10. देवता, 11. अनारकली, 12. सेनापति पुष्यमित्र, 13. दन्तमुद्रा, 14. विश्वास, 15. गुण्डा, 16. अपराधी, 17. जय सोमनाथ, 18. पारस, 19. पाप की छाया, 20. मान न मान, 21. युग बदल रहा है, 22. आत्मत्याग, 23. जागो फिर एक बार, 24. आचार्य विष्णुगुप्त, 25. श्रीकृष्ण-सुदामा, 26. पादुकाभिषेक,
- अप्रकाशित/पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित,
27. नारद मोह, 28. हर्षवर्धन, 29. वाल्मीकि, 30. रजिया, 31. मेरी माँ, 32. अंगुलिमाल, 33. मीराँबाई, 34. श्रीकृष्ण-दूत, 35. मंगलप्रभातम् (संस्कृत), 36. सत्यवीर (अपूर्ण), 37. विज्ञान का दम्भ या मशीनमैन, 38. प्रसाद, 39. आदिकाव्य का जन्म, 40. उद्घाटन, 41. तुलसी का वैराग्य, 42. बलिदान, 43. भीष्म-प्रतिज्ञा, 44. प्राइवेट सेक्रेटरी, 45. लग गई आऽऽऽ, 46. मायावी, 47. शरणागत, 48. सावित्री-सत्यवान, 49. आधी रात, 50. नई बस्ती, 51. पत्थरमें प्राण, 52. चेतना (बापू), 53. पण्डाली (अपूर्ण), 54. चारुदत्त, 55. ऊधौ ब्रजमें आइ गए, 56. सीताराम, 57. शकुन्तला की बिदाई, 58. पुरस्कार, 59. श्रीकृष्ण और सुदामा, 60. सतीका तेज, 61. महाराज नवनाग, 62. बगलोल दुल्हा, 63. सेनापति पुष्यमित्र (संस्कृत), 64. सभापतिजी, 65. चन्द्रिका, 66. नबाब साहब के दरबारी, 67. मक्खीचूस, 68. भूदान, 69. नारदमोह (हास्य एकांकी), 70. अभिनेता बनने की धुन, 71. मौलाना का निकाह, 72. लेडीज फर्स्ट, 73. आप कौन हैं?, 74. तीन तोतले, 75. पैंतीस हमले, 76. घर किसका?, 77. सबका बाप, 78. Antony and Cleopatra, 79. Motherland
- श्रव्य नाटक (रेडियो नाटक)
80. बापू, 81. सीता, 82. प्रलोभन, 83. प्रतिमा, गीतिनाट्य, 84. भगवान् बुद्ध, 85. मदन दहन,
- नाट्यशास्त्र
86. अभिनव नाट्यशास्त्र, 87. भारतीय और पाश्चात्त्य रंगमंच
- काव्य
88. अलका (बहुरंग काव्य), 89. श्रीबनखंड की वाणी-शतक
- उपन्यास कहानी
90. गंगाराम, 91. मंगलके दूत, 92. शालिग्राम, 93. ग्रह-परिक्रमा, 94. सेनापति पुष्यमित्र (अपूर्ण), 95. बौनेराम व उनकी साहसिक यात्राएँ, 96. अध्यक्ष कौन हो?, 97. प्यादा से फरजी भयो, 98. योग्ररोचना, 99. बहूरानी सुखी रहो
- चम्पूकाव्य
100. श्रीराम विजय (अपूर्ण)
- निबन्ध
101. निबन्धायन, 102. लेखन कला और आदर्श निबन्ध, 103. लँगड़े आमकी राम कहानी
- समीक्षा
104. राज्यश्रीका अध्ययन, 105. कृष्णार्जुन युद्ध की समीक्षा, 106. गोस्वामी तुलसीदास, 107. महाकवि सूरदास और उनकी प्रतिभा, 108. समीक्षा-शास्त्र, 109. सूरदास
- जीवन-चरित
110. भक्त जीवनलाल, 111. पं. मदनमोहन मालवीय (लेख और भाषण-सहित), 112. पं. मदनमोहन मालवीय (मालवीयजी के देहावसान तक), 113. पं. मदनमोहन मालवीय (प्रकाशन विभाग), 114. पं. मदनमोहन मालवीय (अंग्रेजी), 115. पं. भवानी भीख मिश्र, 116. म.म. पं. विद्याधर गौड़, 117. जगद्गुरु श्रीश्रीचन्द्राचार्य, 118. मुंशीजी और उनकी प्रतिभा, 119. श्रीवल्लभाचार्य और उनका पुष्टिमार्ग, 120. जुगलकिशोर बिड़ला
- इतिहास
121. संसारका सरल इतिहास, 122. राष्ट्रभाषा की दृष्टि से हिन्दी साहित्य का इतिहास, 123. गोबिन्दधाम का स्वर्णिम इतिहास, 124. जय साधुबेला, 125. हेल साधुबेला (अंग्रेजी), 126. भारत के उदासीन सन्त, 127. भारतीय धर्म और संस्कृतिका केन्द्र वाराणसी, 128. बौद्ध धर्म का केन्द्र सारनाथ, 129. Sarnath, the center of Buddhism, 130. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की महिमा, 131. हिन्दी साहित्य का तुलनात्मक इतिहास- (क) चन्द से सूर, (ख) सूर से भारतेन्दु, (ग) भारतेन्दु से दिनकर, 132. रामराज्य
- साहित्य
133. हिन्दी-साहित्य-सर्वस्व, 134. साहित्यानुशासन, 135. अरस्तू का काव्यशास्त्र, 136. काव्यों में शैली और कौशल, 137. रसतरंगिणी, भाषाविज्ञान, नागरी लिपि, 138. भाषालोचन, 139. वाग्विज्ञान, 140. देवनागरी लिपि-सुधार या सुधारकों के दिमागी दिवालियापन का नमूना, 141. देवनागरी लिपि का अंग-भंग, 142. संस्कृत और हिन्दी की सामान्य अशुद्धियों और उसका परिष्कार
- मनोविज्ञान
143. मानसशास्त्र और समाज, 144. भारतीय मनोमंथन,
- काव्य संकलन
145. कबीर संग्रह, 146. सूर पद पंचशती, 147. सन्त महावाणी, 148. रत्नावली, 149. सूक्ति-संग्रह, 150. मारुति-स्तुति, 151. मारुति-स्तुति (संक्षिप्त)
- कर्मकाण्ड
152. श्रीगुरुमण्डलार्चन-कर्म-पद्धति, 153. ब्राह्मण-धर्म, 154. देवपूजन तथा वैदिक संस्कार-पद्धति, 155. श्रीदुर्गास्तवनम्, 156. पंचदेवापासना
- भाषण
157. दो भाषण जो दिये न जा सके, 158. सार्वभौम संस्कृत-कार्यालय का भाषण, 159. भाषण-कला
- संस्कृत से अनूदित
160. संस्कृत सूक्ति सागर, 161. गीता-पर्व, 162. श्रीमद्वाल्मीकीय रामायण, 163. भागवत पंचम स्कन्ध, 164. बृहत्त्रयी (भारवि, माघ, श्रीहर्ष), 165. शिशुपाल-वध (अपूर्ण)
- दर्शन
166. बृहदारण्यकोपनिषद्, 167. कौषीतकि उपनिषद्, 168. प्रस्थानत्रयी, 169. श्रीमद्भगवद्गीतात्रयी, 170. उदासीनतत्त्वदर्शनम्, 171. दि एसेंस ऑफ उदासीन कल्ट (अंग्रेजी), 172. हिन्दू-धर्म-सार, 173. हिन्दुइज्म (अंग्रेजी), 174. इनफ्लोरिसेंस ऑफ डिविनिटी (अंग्रेजी), 175. ब्रह्मसाक्षात्कार के सरल उपाय, 176. परलोक-विज्ञान, 177. तन्त्रविज्ञान और साधना, 178. योगविद्या और कुण्डलिनी-चालन, 179. भागवत धर्म, 180. वेद-वेदांग-विज्ञान
- ग्रन्थावली
181. कालिदास ग्रन्थावली, 182. तुलसीदास ग्रन्थावली (3 खण्ड), 183. सूर-ग्रन्थावली (5 खण्ड)
- धार्मिक
184. जै कन्हैयालाल की, 185. जै बजरंगबली, 186. जै दुर्गे, 187. जै जै सियाराम, 188. रामायण-कथा, 189. राधाकृष्ण-गाथा, 190. श्रीकृष्ण-गाथा, 191. श्रीरामचन्द्र, 192. भागवत-कथा, 193. हर-हर महादेव, 194. भारतीय व्रत पर्वोत्सव, 195. मारुतिचरितामृतम् (हिन्दी अनुवाद)
- शिक्षाशास्त्र
196. हिन्दी-शिक्षण-विधान, 197. भाषा की शिक्षा, 198. अध्यापन-कला, 199. शिक्षाके नये प्रयोग और विधान, 200. शिक्षा-प्रणालियाँ और उनके प्रवर्तक, 201. पाठशाला-प्रबन्ध, 202. संस्कृत-शिक्षण-पद्धति, 203. अभिनव शिक्षण-शास्त्र, 204. शिक्षा के आधार, 205. शिक्षा-दर्शन, 206. शिक्षा-दीपिका, 207. भारत में सार्वजनिक शिक्षा का इतिहास, 208. भारतीय और योरोपीय शिक्षा का इतिहास
- पाठ्य पुस्तक/ निबन्ध
209. संस्कृत मनोरमा (दो भाग), 210. हिन्दी-अंग्रेजी अनुवाद (मौडल ट्रांसलेसन, 3 भाग), 211. शिल्प-कला, 212. संस्कृत-संभाषणम्, 213. Rambles of Philosophy, 214. हिन्दी गद्य-गौरव
(स्रोत- आचार्यजी के गोलोकवास के अवसर आयोजित शोकसभा हेतु प्रकाशित पुस्तिका- सारस्वत यज्ञ की पूर्णाहुति, प्रकाशक- आधारशिला प्रकाशन, मुजप्फरनगर से साभार)
इसके अतिरिक्त आचार्यजी ने पटना प्रवास के दौरान आचार्य किशोर कुणाल के आग्रह पर अपनी देखरेख में एक जीवन वृत्तान्त तैयार कराया था, जो महावीर मन्दिर के फाइल में टाइपराइटर का टाइप किया हुआ मिला। इस विवरणी में ग्रन्थों के प्रकाशन-वर्ष भी दिये गये हैं। कुछ ग्रन्थ उस समय तक नहीं लिखे गये थे, कुछ अप्रकाशित थे, अतः यद्यपि वह सूची अधूरी है, फिर भी आचार्यजी के द्वारा पढ लिये जाने के कारण उसकी प्रामाणिकता अधिक है। वह विवरणी भी अलग से दी जा रही है।
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