शोध आलेख
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7. ब्रह्मस्वरूप वरदान विमर्श- डा. सुदर्शन श्रीनिवास शाण्डिल्य
ब्रह्मा उपास्य हैं अतः उनके उपासक भी हमें मिलते हैं- मुष्य ही नहीं, देव, दानव, दैत्य- सबके वे उपास्य हैं। दानवादि भी उनसे वरदान ... -
6. ब्रह्म और ब्रह्मा- श्री अरुण कुमार उपाध्याय
“विश्व का मूल अव्यक्त चेतन तत्त्व ब्रह्म है। ब्रह्म का स्रष्टा रूप ब्रह्मा है। विष्णु के नाभि से कमल निकला और उस कमल से ... -
5. ब्रह्मा, ब्राह्मपर्व और प्रतिमा स्वरूप- डॉ. श्रीकृष्ण ‘जुगनूʼ
ब्रह्मा ने कभी स्वयं अस्त्र-शस्त्र धारण नहीं किया, पर वे ब्रह्मास्त्र के अधिष्ठाता है। वस्तुतः ब्रह्मा ज्ञानमय हैं, ब्राह्मतेज के आदिदेव हैं। -
4. ब्रह्मा तिष्ठति दक्षिणे- पं. मार्कण्डेय शारदेय
प्रत्येक कर्मकाण्ड में जहाँ कहीं भी हवन होता है, ब्रह्मा की स्थापना की जाती है। ब्रह्मा के इस स्वरूप पर विस्तार से विमर्श यहाँ ... -
3. सृष्टि के निर्माता ब्रह्मा- डॉ. ललित मोहन जोशी
सृष्टिकर्ता ब्रह्मा विगत एक-दो शताब्दियों से सनातन-विरोधियों के द्वारा दुष्प्रचार के विषय बना दिये गये हैं। पुराणों का कथा की अप्रासंगिक व्याख्या कर अनेक ... -
2. ब्रह्म-सभा – श्री महेश प्रसाद पाठक
ब्रह्मा सृष्टिकर्ता माने गये हैं। उनका वर्णन ब्राह्मणग्रन्थों से लेकर पौराणिक साहित्य में प्रचुर हुआ है। महाभारत भी ब्रह्मा की सभा का विशद वर्णन ... -
1. ॐ प्रजापतये स्वाहा –सम्पादक भवनाथ झा की लेखनी से
इस सम्पादकीय आलेख में ब्रह्मा के कुल 44 नामों की व्याख्या की गयी है, साथ ही ब्रह्मा की उपासना में आयी कमी तथा इनकी ... -
13. श्रीपरशुरामकथामृत का आलोचनात्मक विश्लेषण- डॉ. जंग बहादुर पाण्डेय
धर्मायण की अंक संख्या 106, वैशाख मास के अंक में भगवान् परशुराम-जयन्ती के उपलक्ष्य पर भारतेंदु हरिश्चन्द के पिता गोपालचन्द की विशाल हिन्दी रचना ... -
12. श्रीमद्भागवतीय रामायण-कथा की रामकथा- आचार्य सीताराम चतुर्वेदी
यह हमारा सौभाग्य रहा है कि देश के अप्रतिम विद्वान् आचार्य सीताराम चतुर्वेदी हमारे यहाँ अतिथिदेव के रूप में करीब ढाई वर्ष रहे और ... -
11. जगदीश मेवाड़ के- डा. श्रीकृष्ण ‘जुगनूʼ
मन्दिर स्थापत्य में राजस्थान का महत्त्व रहा है। यहाँ विशेष रूप से मुगल काल में अनेक मन्दिरों का निर्माण हुआ है। मेबाड़ के राजाओं ...
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक