धर्मायण पत्रिका
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धर्मायण अंक संख्या 111, आश्विन, 2078 का अंक फ्लिपबुक
यह अंक विषयों की विविधता से भरा हुआ है। इसमें भारत की शक्ति-उपासना, कृष्ण-उपासना, गणेश-उपासना, पितृ-उपासना, लक्ष्मी-उपासना तथा लोकदेवताओं की उपासना से सम्बन्धित प्रामाणिक ... -
धर्मायण, अंक संख्या 111, आश्विन मास का अंक
आश्विन का मास शऱत् ऋतु के आरम्भ होने का मास है। वर्षा ऋतु की समाप्ति के बाद पृथ्वी संतृप्त होकर नयी सृष्टि करने के ... -
6. ऋषि परम्परा में सप्तर्षि- डॉ. ललित मोहन जोशी
ऋषि हमारे शरीर के अंगों पर अवस्थित माने गये हैं। यह अवधारणा बृहदारण्यक उपनिषद् से चलकर आज भी मन्त्रों के अङ्गन्यास तथा करन्यास ... -
धर्मायण अंक संख्या 110, सप्तर्षि अंक
महावीर मन्दिर पटना के द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की पत्रिका धर्मायण का सप्तर्षि विशेषांक। -
धर्मायण अंक संख्या 110, सप्तर्षि विशेषांक
महावीर मन्दिर पटना के द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की पत्रिका धर्मायण का सप्तर्षि विशेषांक। अंक संख्या 110। भाद्र, 2078 विक्रम संवत्। -
कार्तिक, 2078 वि.सं. के अंक को प्रस्तावित विषय
धर्मायण का कार्तिक मास का विशेषांक महावीर हनुमान् पर केन्द्रित प्रस्तावित है। हनुमान-जयन्ती इसी कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को होती है। ... -
Dharmayan vol. 110 Saptarshi Ank
आज आवश्यकता है कि हम ऋषि-परम्परा तथा सप्तर्षि की परम्परा को व्यापक रूप में देखें। हम उस पुलह और काश्यप ऋषि को भी जानें, ... -
धर्मायण अंक संख्या 109 पी.डी.एफ
ब्रह्मा के विषय में अनेक गलत धारणाऐँ फैलायी गयी हैं। समेकित अध्ययन से ऐसा प्रतीत होता है कि ये दुष्प्रचार बहुत पुराने नहीं हैं। ... -
धर्मायण अंक 109 फ्लिप बुक
समेकित अध्ययन से ऐसा प्रतीत होता है कि ये दुष्प्रचार बहुत पुराने नहीं हैं। सम्भवतः विगत दो शतकों में ये फैलाये गये हों। हमें ... -
Dharmayan vol. 109 Brahma Ank
सनातन धर्म में ब्रह्मा सृष्टि की रचना करनेवाले स्रष्टा माने गये हैं, वे ही विधाता, अर्थात् धारण और पोषण करनेवाले देवता माने गये हैं। ...
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक