Tag: हमारे लेखक
-
8. बिहार में महर्षि विश्वामित्र के स्थल – श्री रवि संगम
यदि हमें रामायण-काल के विश्वामित्र बिहार में मिलते हैं तो इसका सीधा तात्पर्य है कि ऋग्वेद के तीसरे मण्डल की परम्परा भी इसी भू-खण्ड से जुड़ी ... -
6. ऋषि परम्परा में सप्तर्षि- डॉ. ललित मोहन जोशी
ऋषि हमारे शरीर के अंगों पर अवस्थित माने गये हैं। यह अवधारणा बृहदारण्यक उपनिषद् से चलकर आज भी मन्त्रों के अङ्गन्यास तथा करन्यास में संरक्षित ... -
5. लोक शिक्षक– सप्तर्षि- श्री महेश प्रसाद पाठक
निरुक्तकार यास्क ने ऋषि की परिभाषा दी है- ऋषिः दर्शनात्। जिन्होंने हमारी ज्ञान परम्परा वेद, वेदाङ्ग, स्मृति आदि का दर्शन किया, वे ऋषि कहलाये। इन्होंने ... -
4. “महर्षयः सप्त पूर्वे”- डॉक्टर सुदर्शन श्रीनिवास शाण्डिल्य
श्रीमद्भगवद्गीता के 10वें अध्याय में भगवान् की विभूतियों के वर्णन-क्रम में सप्तर्षियों का विवेचन आया है- महर्षयः सप्त पूर्वे इत्यादि। यहाँ व्याख्याकारों ने अनेक प्रकार से ... -
3. ऋषि : कृषि और ज्ञान-विज्ञान के प्रवर्तक- डॉ. श्रीकृष्ण “जुगनू”
सप्तर्षि हमारी ज्ञान परम्परा के व्यावहारिक पक्ष के प्रवर्तक रहे हैं। उन्होंने न केवल हमारी दिनचर्या, तथा समाजचर्या पर उपदेश किया बल्कि कृषि-विज्ञान, पर भी प्रकाश ... -
2. ‘सप्तर्षिसम्मतस्मृति’ : एक अवलोकन- डॉ. ममता मिश्र दाश
बहुत सारे उदार विचार 19वीं शती से लेकर आजतक अप्रचारित रहे तो दूसरी ओर अपनी इच्छा से श्लोक बनाकर स्मृतियों के नाम पर बाँटे गये। दोनों ... -
Dr. Lalit Mohan Joshi
डॉ. ललित मोहन जोशी, विभागाध्यक्ष, वाणिज्य एवं प्रबन्ध संस्थान, एम.आइ.टी. ऋषिकेश (उत्तराखण्ड), उच्चशिक्षा- एम.कॉम., पी-एच.डी. (लखनऊ विश्वविद्यालय, लखनऊ), भारतीय ज्योतिष शास्त्र एवं भारत की उदात्त परम्परा ... -
Ravi Sangam
लेखक रवि संगम स्वतंत्र पत्रकारिता के व्यवसाय से जुड़े रहे है। रचनात्मकता की प्रवृत्ति के कारण अपनी पत्रकारिता के दौरान उन्हें बिहार में पर्यटन के विकास ... -
श्री राजीव नन्दन मिश्र ‘नन्हें’
राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्रों एवं पत्रिकाओं यथा दैनिक हिन्दुस्तान, हम हिन्दुस्तानी यू.एस. ए, हिन्दी अब्रॉड, नागरी प्रचारिणी द्वारा प्रकाशित पत्रिका "नागरी",दी फेस ऑफ इंडिया आदि ...
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक