धर्मायण अंक संख्या 110 का लोकार्पण
हम सभी सप्तर्षि की संतान हैं।
सप्तर्षि हमारे ज्ञान-विज्ञान के प्रवर्तक हैं।
ब्रह्मा के सात पुत्र सप्तर्षि कहलाये
रक्षाबंधन के अवसर पर धर्मायण के सप्तर्षि-विशेषांक का डिजिटल लोकार्पण
महावीर मन्दिर, पटना के द्वारा प्रकाशित धार्मिक, सांस्कृतिक एवं राष्ट्रीय चेतना की पत्रिका धर्मायण का सप्तर्षि विशेषांक।
अंक संख्या 110, भाद्र, 2078 विक्रम संवत्। प्रधान सम्पादक- आचार्य किशोर कुणाल। सम्पादक- पंडित भवनाथ झा।
महावीर मन्दिर के द्वारा वर्तमान में पत्रिका का केवल ऑनलाइन डिजटल संस्करण ई-बुक के रूप में निःशुल्क प्रकाशित किया जा रहा है। धर्मायण के ऑनलाइन डिजिटल संस्करण निःशुल्क हमारे वेबसाइट पर उपलब्ध है। www.dharmayan.com पर इसे पढ़ सकते हैं।
भारत ऋषियों की परम्परा का राष्ट्र है। यहाँ यदि हम ऋषियों की मौलिक परम्परा को जानेंगे तो हमें स्पष्ट प्रतीत होगा कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति के ही नहीं, बल्कि पूरी सृष्टि-प्रक्रिया के आधार हैं। और तब हम यह भी जान पायेंगें कि हम सब उन्हीं ऋषियों की प्रजा हैं। इससे हमारे अंदर आज भी सामाजिक, राष्ट्रीय तथा वैश्विक एकता की भावना पल्लवित होगी। वसुधैव कुटुम्बकम् के पीछे जो मूल भावना छुपी हुई है, वह प्रस्फुटित होगी। इसी उद्देश्य से यह अंक सम्पादित किया गया है।
इस अंक में डा. रामाधार शर्मा ने आकाश के सप्तर्षि-मंडल का विशेष परिचय दिया है तो चेन्नई के डॉ० ममता मिश्र दाश ने अप्रकाशित ग्रन्थ ‘सप्तर्षिसम्मतस्मृति’ का इंडिया ऑफिस लाईब्रेरी, लंदन में रखी पाण्डुलिपि से सम्पादन किया है।
जयपुर के डॉ० श्रीकृष्ण “जुगनू” ऋषियों के लिखे तकनीकी ग्रन्थों पर प्रकाश डाला है। सप्तर्षियों का उल्लेख गीता में भी आया है उस अंश की विवेचना पटना के डॉ० सुदर्शन श्रीनिवास शाण्डिल्य ने किया है।
इनके अतिरिक्त श्री महेश प्रसाद पाठक का सप्तर्षि परिचय तथा ऋषीकेश के डॉ० ललित मोहन जोशी द्वारा प्रस्तुत सप्तर्षि एवं हमारा शरीर विषय पर आलेख पठनीय हैं।
वैदिक तथा पौराणिक साहित्य से ऋषि-तत्त्व पर भूतपूर्व आइ.पी.एस. अधिकारी तथा प्राच्य विद्या के मर्मज्ञ श्री अरुण कुमार उपाध्याय विस्तार से लिखा है। बिहार में विश्वामित्र से सम्बन्धित स्थलों पर पर्यटन की दृष्टि से आलेख श्री रवि संगमजी का है।
इसके अतिरिक्त आचार्य सीताराम चतुर्वेदी द्वारा लिखित कालिदासकृत रघुवंश की रामायण-कथा भी यहाँ संकलित है। ब्रह्मतत्त्व-विमर्श पर डॉ० धीरेन्द्र झा का दार्शनिक आलेख में प्रत्येक पाठक के लिए ब्रह्म का विवेचन करता है।
महावीर मन्दिर, पटना की न्यास समिति के द्वारा अगस्त, 2021 ईसवी में जनहित में किये गये महत्त्वपूर्ण कार्यों की एक झलक भी प्रकाशित है तथा भाद्र, 2078 वि. सं. (23 अगस्त से 20 सितम्बर, 2021ई.) तक के महत्त्वपूर्ण पर्वों की तिथिवार सूची दी गयी है।
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
महावीर मन्दिर प्रकाशन
धर्मायण, अंक संख्या 114, परमहंस विष्णुपुरी विशेषांक